अभी कुछ दिन पहले ही हमारे चैनल के एक सब्सक्राइबर ने हमारे साथ अपनी आपबीती साझा की। जसवीर नाम के एक व्यक्ति ने एक घर से काम करने वाली डाटा एंट्री जॉब के लिए आवेदन किया तथा उसको जॉब मिल भी गई। उसको एक टास्क पूरा करने के लिए 12 दिन का समय दिया गया था। जब जसवीर ने 12 दिनों के बाद अपना काम सबमिट किया तो उसे बताया गया कि उसके काम में कई सारी गलतियां है जिसके कारण कंपनी को घाटा हुआ है तथा जसवीर को यह धमकी दी गई कि उसके खिलाफ 2 लाख रूपये का कोर्ट केस किया जाएगा। अगर वह अभी तुरंत इस केस को बंद करवाना चाहे तो 30,000 रूपये देकर बंद करवा सकता है। इससे हमें यह पता चला कि वर्तमान में अनेक लोगों ने फेक डाटा एंट्री जॉब के नाम पर मार्केट में लूट मचा रखी है तथा वो आम लोगों को अपने चक्कर में फंसाकर पैसे ऐंठना चाहते है। आज के इस आर्टिकल में हम इन फर्जी डाटा एंट्री जॉब वाली Websites की पूरी पोल खोलने वाले है।
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यह फर्जी डाटा एंट्री जॉब का धंधा कैसे होता है?
दो कंपनियां Oval Solution तथा unitec Solution अपने ऑनलाइन जॉब वेबसाइट प्लेटफार्म जैसे Quikr से बहुत सारे कैंडिडेट्स की जानकारी इक्ट्ठी करती है तथा कैंडिडेट्स को घर से काम करने का ऑफर देती है। जैसे जसवीर की स्थिति में उसको Unitec से 120 पेज लिखने को कहा गया था तथा Oval से 10,000 Captchas टाइप करने को कहा गया था। कुछ Employers तो कैंडिडेट्स को यूट्यूब वीडियो देखने के लिए भी कहते है ताकि यूट्यूब पर व्यूज की संख्या बढ़ाई जा सकें। जसवीर से यह वादा किया गया था कि जब वह अपना काम 90% एक्यूरेसी के साथ पूरा कर देगा तो उसको 30,000 रूपये Oval द्वारा दिए जाएंगे तथा 25,200 रूपये Unitec द्वारा दिए जाएंगे।
इस इतने बड़े स्कैम में बहुत सारे इंजिनीयर्स, बिज़नेस डेवलपर तथा लॉयर्स की टीम का हाथ होता है। वो अक्सर उन लोगों पर ध्यान रखते है जो किसी नौकरी की तलाश में है तथा जिन्होंने अपना Resume विभिन्न जॉब पोर्टल्स पर अपलोड कर रखा है। वे लोगों को व्यक्तिगत सन्देश भी भेजते है तथा इन मेसेजेस को इस प्रकार से भेजा जाता है कि वे बिलकुल सच प्रतीत होते है। कैंडिडेट्स को सामान्यतः घर से काम करने का ऑफर दिया जाता है तथा कुछ ही दिनों में एक अच्छा खासा पैसा कमाने का सपना दिखाया जाता है।
स्कैम करने की तकनीक
समस्या तब शुरू होती है जब वो काम बहुत ज्यादा देते है तथा इसके लिए समय बहुत कम दिया जाता है तथा दिए गए समय में उस काम को करना एक प्रकार से असंभव सा प्रतीत होता है। इसके अलावा दूसरी समस्या यह है कि कैंडिडेट्स द्वारा सबमिट किए गए काम में Employers द्वारा बहुत सारी गलतियां निकाली जाती है। इस प्रकार एक कैंडिडेट के टास्क के सफलतापूर्वक पूरे होने की सम्भावना बहुत कम रहती है तथा ऐसा ही जसवीर की स्थिति में हुआ।। इसके अलावा तीसरा बिंदु यह है कि Employer मेंटेनेंस के नाम पर कैंडिडेट्स से लगभग 10,000 रूपये भी वसूलते है तथा उनसे यह वादा करते है कि यह पैसा अगले महीने तक रिफंड कर दिया जाएगा। इसके अलावा Employers उन कैंडिडेट्स से उनकी फोटो तथा डिजिटल सिग्नेचर की भी मांग करते है। इन चीजों का उपयोग करके वो कैंडिडेट के साथ काम करने का एक अवैध कॉन्ट्रैक्ट भी साइन कर लेते है। कॉन्ट्रैक्ट पर जो चीजें लिखी जाती है उनके बारे में कभी भी कैंडिडेट्स से बात भी नहीं की गई थी। इसके कारण कैंडिडेट्स को यह पता भी नहीं चलता कि वो किस चीज के लिए सहमती दे रहे है।
अगर आप नये फ्रेशर के रूप में नौकरी की तलाश में हैं और आवेदन करने का सही तरीका जानना चाहते हैं, तो हमारा लेख ‘नौकरी के लिए आवेदन कैसे करें‘ इसमें आपकी मदद कर सकता है। यह लेख आपको नौकरी खोजने की विभिन्न विधियों और सामान्य गलतियों से बचने के टिप्स देता है।
उदाहरण के तौर पर जसवीर की स्थिति में Contract में इस बात का जिक्र किया गया था कि उसको प्रति महीने एक Utility Charge का भुगतान करना पड़ेगा। इसके साथ इस बात का भी जिक्र किया गया था कि अगर जसवीर दिए गए काम को समय पर पूरा नहीं कर पाया तो उसको घाटे की भरपाई की Penalty के रूप में 10,000 रूपये का भुगतान भी करना पड़ेगा। इसके अलावा कोर्ट केस को Withdraw करने के लिए भी एक अलग राशि का भुगतान करना पड़ेगा।
कैंडिडेट को और ज्यादा धमकाने के लिए उन्होंने जसवीर को यह भी बताया कि उसने Indian Contract Act के Section 73,74 तथा 75 का उल्लंघन किया है। इसके अलावा ये फर्जी वकील बनकर भी कैंडिडेट्स को कॉल करते है तथा धमकाते है। जब कैंडिडेट उनके द्वारा मांगी गई राशि का भुगतान करेगा तभी उसको एक No-Objection सर्टिफिकेट मिलेगा तथा उसके बाद कैंडिडेट पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जाएगा या उसको परेशान नहीं किया जाएगा।
यदि आपने किसी रोजगार बॉन्ड में खुद को फंसा पाया है और इससे मुक्त होने के उपाय ढूँढ रहे हैं, तो हमारा लेख ‘रोजगार बॉन्ड से कैसे निकलें‘ आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। इसमें बॉन्ड से मुक्त होने के कानूनी और व्यावहारिक तरीकों का वर्णन किया गया है।
इसके बाद Employer ने यह खुलासा किया कि यह Contract कुल 11 महीनो के लिए साइन हुआ था अतः कैंडिडेट को या तो इतने समय तक काम करना पड़ेगा या फिर पूरे समय के Utility Charge का भुगतान करना पड़ेगा। वो एक कैंडिडेट को धमकाते रहते है तथा उससे और ज्यादा पैसा वसूल करने की फ़िराक में रहते है।।
फर्जीडाटा एंट्री जॉब स्कैम कैसे पहचाने ?
Advocate Naman Mohnot के साथ चर्चा करने के बाद हमें पता लगा कि आख़िरकार वो कंपनियां किस प्रकार से भोले भाले कैंडिडेट्स को अपने जाल में फंसा रही थी। 2 कंपनियां Oval Solutions तथा Unitec Solutions हकीकत में लोगों के साथ धोखेबाजी कर रही थी। इसका मतलब यह हुआ कि Employers का लक्ष्य ही यह था कि कर्मचारियों के साथ धोखा करके उनसे पैसे लुटे जा सकें। इस प्रकार Employers पर धारा 420 का केस भी किया जा सकता है। वो कंपनियां असली में धोखा देने की ही कोशिश कर रही थी इसको सत्यापित करने के लिए आइये कुछ बिंदुओं पर नजर डालते है –
- यहां पर Employer कैंडिडेट से Penalty की मांग तो कर रहा है लेकिन कैंडिडेट पेनल्टी का भुगतान कर पाएगा या नहीं? इसे जानने के लिए Employer ने कैंडिडेट की बैंक डिटेल्स या ITR के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं ली है।
- एक Employer बिना इंटरव्यू तथा काम करने की क्षमता के सबूत जाने बिना कभी भी किसी को नौकरी नहीं देगा। जसवीर की स्थिति में उसका कोई इंटरव्यू नहीं लिया गया था तथा न ही उससे किसी प्रकार के अनुभव के बारे में पूछा गया था। उसको तो निश्चित राशि पर सीधी नौकरी दी गई थी।
- Online Freelance Websites कभी भी कैंडिडेट्स से पैसों की मांग नहीं करती।
- एक कंपनी किसी कर्मचारी से रिफंड के बारे में तभी बात कर सकती है जब उसने कर्मचारी की ट्रेनिंग पर कुछ पैसा खर्च किया हो। इसके अलावा कर्मचारी को कंपनी के साथ एक Employment Bond भी साइन करना होता है लेकिन कर्मचारी पर बिना कोई निवेश किए उससे पेनल्टी की बात करना एक फ्रॉड है।
- एक वैध एग्रीमेंट या कॉन्ट्रैक्ट उसी को माना जाता है जिसमे दोनों पक्षों के भौतिक सिग्नेचर हो। जसवीर की स्थिति में केवल उसके साइन की एक फोटो का उपयोग किया गया था। इसके अलावा एक वैध एग्रीमेंट पर दो गवाहों के साइन होना भी अनिवार्य है जबकि जसवीर की स्थिति में ऐसा कुछ भी नहीं था।
- कैंडिडेट्स को डराने के लिए बार बार कॉल भी किये जाते है तथा उनके बात करने के तरीके से ही पता लगाया जा सकता है कि ये के फ्रॉड है।
- एग्रीमेंट में जो भी लिखा जाता है वो कैंडिडेट के सामने कॉल पर उजागर ही नहीं किया जाता तथा उसकी सहमती के बिना एग्रीमेंट में कुछ भी लिख दिया जाता है।
फर्जी डाटा एंट्री जॉब्स का इतिहास
जब हम गूगल पर Oval Solutions तथा Unitec Solutions को सर्च करते है तो हमारे सामने एक शिकायत करने का फॉर्म खुल जाता है। यहां पर उपलब्ध बहुत सारे स्रोतों तथा जानकारी से यह साबित होता है कि बहुत सारे लोगों को इन कंपनियों द्वारा बेवकूफ बनाने की कोशिश की जा चुकी है।
इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए आप हमारे इस वीडियो को देख सकते है –
यदि आप नौकरी तलाशने के लिए YouTube चैनलों की सहायता लेना चाहते हैं, तो हमारा यह लेख ‘भारत में नौकरी चाहने वालों के लिए YouTube चैनल्स‘ आपके लिए उपयोगी हो सकता है। इसमें ऐसे YouTube चैनलों की सूची दी गई है जो शिक्षा, नौकरी, और प्रेरणा से संबंधित जानकारी प्रदान करते हैं।
लोगों को जाल में फंसाने के लिए किन स्रोतों का उपयोग किया जाता है?
फर्जी डाटा एंट्री जॉब्स विभिन्न स्रोतों का उपयोग करते हुए लोगों से संपर्क बनाकर उनको अपने जाल ने फंसने की कोशिश करती है –
- इन कंपनियों के विज्ञापन अक्सर अख़बारों में देखे जा सकते है या फिर ये कंपनियां स्कूलों या कॉलेजों के आसपास ज्यादा भीड़भाड़ वाले स्थानों पर अपने पोस्टर्स लगवाती है ताकि युवा तथा अनुभवहीन लोगों को जाल में फंसाया जा सकें।
- फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर इनके कुछ ग्रुप्स होते है तथा इनके विज्ञापन भी आते है। फेसबुक ग्रुप्स के माध्यम से नौसिखिए लोगों को अपने जाल में फंसाकर पैसे लूटने की कोशिश की जाती है।
- गूगल एड्स के माध्यम से भी ये कंपनियां ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने की कोशिश करती है। ये कंपनियां गूगल एड्स को भुगतान करती है ताकि उनकी वेबसाइट को सर्च पेजेज में ऊपर दिखाया जा सकें।
लोगों से पैसे कैसे लुटे जाते है?
ये scammers अनेक तरीको का उपयोग करके लोगों से पैसे ऐंठने की फ़िराक में लगे रहते है –
- वो कर्मचारियों से रिफंडेबल सेक्यूरोटी डिपाजिट के नाम पर पैसा मांगते है।
- रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में भी पैसे मांगे जाते है।
- सॉफ्टवेयर फीस के रूप में भी पैसों की मांग की जाती है।
- पैसे ऐंठने का सबसे आम तरीक है ‘एग्रीमेंट बीच में तोड़ देने की पेनल्टी’।
- जब भी कोई व्यक्ति डाटा एंट्री की जॉब करना शुरू करता है तो उसके पास एक दूसरी कंपनी का भी ऑफर आता है तथा यह दूसरा व्यक्ति आपको यह कहता है कि आप अभी जो काम कर रहे है वो काम मुझे दे दीजिए तथा मैं इस काम को थोड़े कम पैसों में कर दूंगा जिससे आपको काम भी नहीं करना देगा तथा पैसा भी आता रहेगा। अब आपके पास जिस दुसरे व्यक्ति का कॉल आया था वो आपसे पैसे तो ले लेता है लेकिन सही तरीके से काम करके कभी भी नहीं देता जिसके कारण आपको पहली कंपनी द्वारा भुगतान नहीं किया जाता है तथा साथ ही साथ डरा धमकाकर आपसे जुर्माना या पेनल्टी भी वसूलने की कोशिश की जाती है। लेकिन हकीकत ये है कि ये दोनों कंपनियां आपस में मिली हुई होती है तथा आपको लूटने की कोशिश में लगी रहती है।
Scammers का पता कैसे लगाए
- सामान्यतः डाटा एंट्री की जॉब करने वाले नए व्यक्ति को 6,000 से 10,000 प्रति माह का भुगतान किया जाता है तो अगर कोई कंपनी आपको डाटा एंट्री की जॉब के लिए प्रतिदिन के हजारों रूपये देने का वादा कर रही है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए कि ये कंपनी फ्रॉड कर रही है।
- अगर कोई डाटा एंट्री जॉब की वेबसाइट अपना प्रमोशन फेसबुक या गूगल के माध्यम से कर रही है तो सम्भावना है कि ये कोई फर्जी कंपनी ही होगी। अच्छी कंपनियां नए लोगों की Hiring के लिए कभी भी सोशल मीडिया पर अपने एड्स नहीं देती।
- अगर किसी कंपनी के पोस्टर पर “100% Genuine” लिखा मिलता है तो आप अंदाजा लगा सकते है कि ये एक फर्जी कंपनी है क्योंकि असली कंपनियां कभी भी चिल्ला चिल्ला कर खुद को असली बताने का नाटक नहीं करती। केवल फर्जी कंपनियां ही ऐसा करती है।
- अगर कोई कंपनी नए लोगों से किसी प्रकार का पैसा एडवांस में मांग रही है तो उस कंपनी के फर्जी होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
- अगर कोई कंपनी आपसे एग्रीमेंट के लिए आपकी फोटो या सिग्नेचर की मांग कर रही है तो हम यह कह सकते है कि ये एक फर्जी कंपनी है।
इन फर्जी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कैसे करें?
चूँकि इस प्रकार की स्थितियों में पुलिस या साइबर सेल या बैंक्स कुछ खास सपोर्ट नहीं करती। इसलिए हम निम्नलिखित तरीकों से इन कंपनियों के खिलाफ कदम उठा सकते है –
- गूगल पर “data entry jobs”, “online data Entry” जैसे कीवर्ड सर्च करें। इससे आपके सामने अनेक websites आएगी। जिन websites के आगे ‘ad’ लिखा है उनमे से ज्यादातर फेक होती है। आपको इन पर क्लिक करके इन websites को ओपन करना है। जब भी गूगल एड्स पर कोई क्लिक होता है तो गूगल प्रत्येक क्लिक के लिए इन वेबसाइट से कुछ धनराशि लेता है। जब हजारों लोग इस प्रकार की वेबसाइट पर क्लिक करेंगे लेकिन कोई सार्थक परिणाम नहीं आएगा तो इन कंपनियों को काफी घाटा होगा।
- अगर आपको इस प्रकार की किसी भी फर्जी कंपनी का पता लगता है तो उसका लिंक इस ब्लॉग के नीचे कमेंट सेक्शन में शेयर कीजिए या यूट्यूब वीडियो पर कमेंट कर दीजिए ताकि हम ऐसी सारी कंपनियों की एक लिस्ट बना सकें तथा उसको पब्लिश कर सकें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सकें।
- उनकी वेबसाइट पर दिए गए फॉर्म को भर दीजिए।। इससे वो आपसे संपर्क करेंगे उनको एक बार के लिए यह बताइये कि आप उनके ऑफर में रूचि रखते है। इससे उनका समय बर्बाद होगा तथा उनको कोई फायदा भी नहीं होगा।
- अब आपकी अंतिम जिम्मेदारी यह बनती है कि इस ब्लॉग तथा इस नीचे दिए गए वीडियो को अपने फ्रेंड्स तथा परिवार के सदस्यों के साथ शेयर जरूर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जा सकें।
Resumebizz.com द्वारा संचालित फर्जी डाटा एंट्री जॉब स्कैम
हमारी पहले वाले वीडियो को देखकर हमारी एक और सब्सक्राइबर रुद्रिका शर्मा ने हमे अपनी आपबीती सुनाई। इसमें रुद्रिका को Resumebizz.com नाम की एक वेबसाइट द्वारा डाटा एंट्री की जॉब दी गयी थी। इसके रुद्रिका को वेबसाइट पर लोगों की प्रोफाइल बनाने का काम दिया गया था। रुद्रिका को बहुत सारे Resumes का एक्सेस दे दिया गया तथा उसका काम यह था कि उन सभी Resumes में उपलब्ध जानकारी को डाटा के रूप में टाइप करना था। एक Resume की पूरी जानकारी दर्ज करने पर 1 Resume पूर्ण माना जाता था तथा प्रत्येक Resume के लिए रुद्रिका को 60 रूपये देने का वादा किया गया था।
रुद्रिका को 7 दिनों का एक असाइनमेंट दिया गया जिसमे उसको 250 Resumes को टाइप करना था तथा 15,000 रूपये देने का वादा किया गया था। कुछ दिनों बाद ही रुद्रिका के पास एक कॉल आया जिसमे कहा गया कि हम Resumebizz.com के साथ एक एग्रीमेंट कर चुके है तथा जो लोग उनका काम समय पर पूरा नहीं कर पते उन लोगों के काम को समय पर पूरा करवाने में हम उनकी सहायता करते है। उस व्यक्ति ने रुद्रिका को यह ऑफर दिया कि हम आपका सारा काम कर देंगे तथा बदले में आपको Resumebizz जितना भुगतान करती है उसका 50% अंश हमें भुगतान करना पड़ेगा। उसने यह भी वादा किया कि सारा काम बिलकुल उन्नत दक्षता के साथ सही तरीके से किया जाएगा।
पोल तो तब खुली जब उस व्यक्ति ने रुद्रिका से 2000 रूपये एडवांस में मांगे। उस व्यक्ति ने कहा कि वह अपनी टीम को भुगतान करने वाला है इसलिए उसको 2000 रूपये तो एडवांस में देने ही पड़ेंगे। लेकिन रुद्रिका ने कुछ भी एडवांस देने से मना करते हुए कहा कि चूँकि उसको Resumebizz से किसी भी प्रकार का कोई एडवांस नहीं मिल रहा है इसलिए वह किसी भी प्रकार के एडवांस का भुगतान नहीं कर सकती। इस प्रकार रुद्रिका ने इस ऑफर को लेने से मना कर दिया तथा अपने आप को बहुत बड़ी समस्या से बचा लिया।
Resumebizz.com वेबसाइट के फर्जी होने के सबूत
- जब हम इस कंपनी की वेबसाइट पर जाकर कंपनी के सोशल मीडिया के लिंक्स पर क्लिक करते है तो वापिस वही पेज खुल जाता है तथा ये सारी लिंक्स उसी वेबसाइट Resumebizz.com पर खुल जाती है।
- जब हमने इस वेबसाइट की Alexa पर रेटिंग की जाँच की तो हमें अलग ही परिणाम दिखे। इस वेबसाइट की पूरे भारत में 15,501 रैंक थी जो बहुत अच्छे रैंक है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि बहुत सारे लोग आजकल इस प्रकार की जॉब्स की खोज कर रहे है जिससे यह वेबसाइट बार बार खुलती है तथा इसकी रेटिंग बढ़ जाती है।
- जब हम वेबसाइट में दी गई अन्य सम्बंधित websites Resumework.com, Connectingindia.com, Resumebott.com पर क्लिक करते है तो हम पाते है कि ये सारी websites भी बिलकुल Resumebizz.com के समान ही है। केवल लोगो अलग है तथा बाकी सारी जानकारी बिलकुल Same है। Resumebizz.com पर दिया गया Tutorial video भी एक फ्री एप्प के माध्यम से बनाया गया है जिसका लोगो अभी भी वीडियो में दिख रहा है। अगर यह इतनी बड़ी वेबसाइट है तो फिर एक अच्छा सा वीडियो तो बना होता लेकिन वो भी फ्री एप्प के माध्यम से बनाया गया है।
हम इसके बारे में सारी जानकारी प्राप्त करना चाहते थे इसलिए हमने इस वेबसाइट पर अपनी एक प्रोफाइल बनाकर पूरी प्रक्रिया को समझने की कोशिश की। हमारे पास सभी कॉल्स की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध है जिसके लिए आप हमारे इस वीडियो को देख सकते है –
ऐसे ही बहुत सारे ज्ञानवर्धक आर्टिकल्स हिंदी भाषा में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें – हिंदी आर्टिकल्स
FAQs
कई ऑनलाइन जॉब्स नकली होती हैं, खासकर वे जो कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का वादा करती हैं। असली जॉब्स में कंपनी के बारे में पूरी जानकारी, वेरिफिकेशन प्रोसेस, और कोई एडवांस पेमेंट की मांग नहीं होती। यदि कोई जॉब ऑफर बिना इंटरव्यू के और बिना किसी वैध प्रक्रिया के दिया जा रहा है, तो यह संभावित रूप से फर्जी हो सकता है।
सबसे पहले, किसी भी जॉब ऑफर के बारे में पूरी जांच-पड़ताल करें। कंपनी का नाम, उसकी वेबसाइट, और रिव्यूज चेक करें। अगर कंपनी कोई एडवांस फीस, रजिस्ट्रेशन फीस, या अन्य किसी प्रकार की शुल्क की मांग कर रही है, तो इसे सावधानी से देखें। सोशल मीडिया पर आने वाले जॉब ऑफर्स और बिना इंटरव्यू के दिए गए ऑफर्स से सावधान रहें।
अगर आपसे किसी फर्जी जॉब के नाम पर पैसे लिए गए हैं, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें। अपने बैंक को भी सूचित करें ताकि वे ट्रांजेक्शन को रोकने या रिवर्स करने की कोशिश कर सकें। इसके अलावा, संबंधित वेबसाइट या प्लेटफ़ॉर्म को भी रिपोर्ट करें ताकि वे स्कैमर के खिलाफ कार्रवाई कर सकें।
नकली नौकरी के बारे में शिकायत करने के लिए आप साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके अलावा, संबंधित जॉब वेबसाइट या प्लेटफॉर्म पर भी इसकी शिकायत दर्ज करें। अगर आपको धोखाधड़ी का संदेह है, तो जितनी जल्दी हो सके इसे संबंधित अधिकारियों के पास रिपोर्ट करें ताकि अन्य लोग इसके शिकार न बनें।
अगर आपने गलती से फर्जी नौकरी के लिए आवेदन कर दिया है, तो तुरंत उस जॉब से अपना नाम वापस लें और किसी भी निजी जानकारी को साझा न करें। इसके अलावा, अगर आपने कोई एडवांस भुगतान किया है, तो उसकी रिपोर्ट भी साइबर सेल में दर्ज करें। अपनी सुरक्षा के लिए अपनी सभी ऑनलाइन गतिविधियों की जांच करें और भविष्य में सतर्क रहें।
हाँ, नौकरी का इंटरव्यू भी नकली हो सकता है। नकली इंटरव्यू का उद्देश्य आमतौर पर आपकी निजी जानकारी प्राप्त करना या आपको किसी प्रकार के धोखाधड़ी वाले स्कैम में फंसाना होता है। ऐसे इंटरव्यू में अक्सर कंपनी के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती, इंटरव्यू बहुत जल्दी और बिना किसी ठोस प्रक्रिया के आयोजित किया जाता है, और आपसे जल्दी से जल्दी कोई फीस या पर्सनल डिटेल्स मांगी जाती हैं। इसलिए, किसी भी इंटरव्यू से पहले कंपनी की सत्यता की जांच करना बहुत जरूरी है।