जैसा कि हम सभी जानते है कि Employees’ Provident Fund (EPF) एक ऐसी योजना है जो भारत सरकार द्वारा कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा देने के उद्देश्य से चलाई गई थी। इसमें एक कर्मचारी तथा उसका नियोक्ता दोनों अपने वेतन का एक हिस्सा हर महीने जमा करते है तथा इससे रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को एक वित्तीय सुरक्षा मिल जाती है। Employees’ Provident Fund Scheme, 1952 तथा Employees’ Pension Scheme, 1995 के तहत जो भी कर्मचारी इस सुविधा का लाभ उठाना चाहते है उनको एक डिक्लेरेशन फॉर्म तथा तथा नॉमिनी फॉर्म भरना पड़ता है। प्रत्येक कर्मचारी को अपने बैंक अकाउंट की डिटेल्स को अपने PF अकाउंट के साथ लिंक करना अनिवार्य है।
लेकिन कई बार ऐसा होता है जब हम गलती से अपनी Incorrect बैंक डिटेल्स को PF अकाउंट से लिंक कर देते है जिसकी वजह से हमारा PF का पैसा गलत बैंक अकाउंट में चला जाता है या फिर कई बार बैंकों की Merging होने की वजह से हमारा IFSC कोड बदल जाता है या फिर अगर हमारा बैंक अकाउंट पहले से ही अगर किसी दुसरे UAN के साथ लिंक है तो भी हमारा PF का क्लेम नहीं हो पाता है। आज हम इस आर्टिकल में इन्ही कुछ बातों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे –
Table of Contents
Case 1: The Incorrect Bank Account Details Match With Another Person’s Bank Account
अगर आपके द्वारा लिंक की गई गलत बैंक डिटेल्स किसी अन्य व्यक्ति की सही बैंक डिटेल्स से मिलती है तथा आपका पैसा उसके अकाउंट में चला गया है तो इसका एकमात्र हल यही है कि आप उस व्यक्ति से संपर्क करके अपने पैसे प्राप्त करने की कोशिश करें।
Case 2: The Incorrect Bank Account Details Do Not Exist
कई बार ऐसा होता है जब आप जो बैंक डिटेल्स अपने PF अकाउंट से लिंक करी है वो किसी अन्य वयक्ति की बैंक डिटेल्स से तो नहीं मिलती जिसकी वजह से आपका पैसा किसी अन्य व्यक्ति के अकाउंट में तो नहीं जा पाता लेकिन आपका Claim भी नहीं हो पाता। आजकल अनेक बैंकों का एक दूसरे में विलयकरण हो रहा है जिसकी वजह से आपका IFSC कोड बदल जाता है तथा आपका पैसा नहीं आ पाता है। तो अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपको अपने नए IFSC कोड को EPF अकाउंट के साथ जरूर अपडेट करना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़ सकते है – KYC Update Online
Case 3: Either Bank Account Or IFSC Is Incorrect/ Do Not Match Each Other
कई बार ऐसा होता है कि हमारा IFSC कोड या अकाउंट नंबर दोनों में से कोई एक गलत दर्ज हो जाता है तथा इस कंडीशन में आपका EPF फण्ड वापिस EPF डिपार्टमेंट को लौटा दिया जाता है। हालाँकि यह पैसा किसी अन्य व्यक्ति के अकाउंट में नहीं जाता लेकिन आपकी EPF क्लेम स्टेटस में इसको Settled दिखाया जाता है। इसके लिए आपको अपनी EPF क्लेम स्टेटस को ऑनलाइन ट्रैक करना बहुत जरूरी है जिसके लिए आप इस आर्टिकल को पढ़ सकते है – EPF Claim Status
अगर आपकी क्लेम स्टेटस Settled दिखती है तथा आपको अभी तक अपना पैसा नहीं मिला है तो इस बात की सम्भावना है कि या तो आपका IFSC कोड या आपका अकाउंट Match नहीं हो पा रहा है तो आप जब तक आवश्यक त्रुटि को सुधर नहीं देते तब तक आपको क्लेम के लिए बार बार आवेदन नहीं करना चाहिए। इस समस्या का हल यही है कि आपको EPF डिपार्टमेट को एक Re-Authorization लेटर भेजना पड़ेगा जिसमे आप अपनी सही बैंक डिटेल्स भर सकते है तथा इसके साथ आपको एक Cancelled चेक भी सलंगन करना होगा। आप ये सारे डाक्यूमेंट्स एक मेल के माध्यम से अपने Regional PF ऑफिस में भेज सकते है। अगर आप अपने Regional PF ऑफिस के बारे में जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पढ़ सकते हैं। ये सारी प्रक्रिया करने के बाद अब यह EPF डिपार्टमेंट कि जिम्मेदारी बनती है कि आपकी बैंक डिटेल्स को अपडेट करके आपका क्लेम किया जाए।
Case 4: Bank Details Are Incorrect & Claim Is Not Filed Yet
जब आपने अभी तक अपना EPF क्लेम नहीं किया है तथा आपको यह पता है कि आपकी बैंक डिटेल्स सही नहीं है तो इसका सीधा सा हल ये है कि आप EPF पोर्टल पर लॉगिन करके अपनी बैंक डिटेल्स अपडेट कर सकते है हालाँकि आपने जो KYC अपडेट की है वो आपके नियोक्ता द्वारा Approve की जानी जरूरी है। सारी प्रक्रिया जानने के लिए यहां क्लिक करें – Online KYC Update
आप इस वीडियो में भी सारी प्रोसेस देख सकते है –
बैंक अकाउंट डिटेल्स को EPF अकाउंट के साथ अपडेट कैसे करें?
Bank KYC Updating Process
- इस समस्या का सबसे अच्छा हल यही है कि आपको एक से ज्यादा बैंक अकाउंट रखने चाहिए ताकि आप अपना दूसरा बैंक अकाउंट यहां काम में ले सकें।
- आप अपनी बैंक KYC को दुबारा करके एक नया बैंक अकाउंट EPF KYC के साथ अपडेट कर सकते है।
- इसके लिए आपको सबसे पहले अपने EPF मेंबर पोर्टल पर लॉगिन करना होगा।
- इसके बाद आपको Manage Tab पर जाना होगा तथा Drop-Down लिस्ट में से KYC को सेलेक्ट करना होगा।
- इसके बाद नई Window में आपको बैंक वाले विकल्प का चयन करना है। बैंक से सम्बंधित सारी डिटेल्स जैसे नाम, अकाउंट नंबर, IFSC कोड आदि भर दीजिए तथा इसके बाद Save पर क्लिक कीजिए।
- इसके बाद आपको अपनी नयी KYC KYC Pending For Approval Section के अंदर दिख जाएगी।
Bank KYC Verification Process
- इसके लिए आपको ONLINE SERVICE TAB का चयन करना होगा तथा इसमें Drop-Down लिस्ट में से आपको Claim के विकल्प का चयन करना होगा। इससे आपके सामने आपके सामने एक नयी Window खुल जाएगी।
- इसमें आपको To Be Approved By Establishment सेक्शन के अंदर दिख जाएगा कि कौनसा Employer आपकी KYC को Approve करेगा।
- इसके बाद आपकी KYC आपके Employer के पास पहुँच जाएगी तथा Pending KYC के अंदर उसको आपकी KYC दिख जाएगी। इसके बाद वो इसको अपने Digital Signature के साथ Approve कर देगा।
- क्या आपका Employer भी आपकी KYC Approve नहीं कर रहा है तो ऐसी कंडीशन में आप क्या कर सकते है?जानने के लिए इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें – Employer is not approving KYC
- how to register and approve digital signature as an employer
Bank KYC Change Process
- जब आपकी KYC एक बार आपका Employer Approve कर देता है तो ये अब Digitally Approved KYC Section में दिखने लगेगी।
- जैसे ही KYC आपके Employer द्वारा Approve होगी तो उसके तुरंत बाद आपको उपरोक्त चीज दिखने लगेगी।
- Online Verification Status का अंतिम कॉलम हमे यह बताता है कि KYC किसी External एजेंसी द्वारा Approve की गई है या नहीं। अगर इसमें N/A दिखाई देता है तो इसका मतलब ये हुआ कि कोई भी External एजेंसी इसको Approve नहीं कर रही है तथा External Agency होने की Condition में यह आपको बताया जाएगा कि कौनसी एक्सटर्नल Agency इसको Approve कर रही है।
- एक बार आपकी बैंक KYC approve होने के बाद आप Online Services tab के अंदर जाकर क्लेम करवा सकते है।
- इसके अलावा तसल्ली के लिए आप अपना नया बैंक अकाउंट Bank Account No. वाले विकल्प के अंदर भरकर Verify पर क्लिक करके जाँच कर सकते है।
- अगर यह Verify हो गया है तो आपके सामने एक नयी Window खुलेगी जिसमे Certificate Of Undertaking का मैसेज आपको दिखेगा।
- अब आप अपने नए Claim के लिए आवेदन कर सकते है।
- सारी प्रक्रिया विस्तार से जानने के लिए आप यह वीडियो देख सकते है –